ड
हिंदी वर्णमाला का व्यंजन वर्ण। उच्चारण की दृष्टि से यह पश्च-वर्त्स्य उलटित, सघोष, अल्पप्राण स्पर्श है।
ड़
उच्चारण की दृष्टि से यह पश्च-वर्त्स्य उलटित, अल्पप्राण उत्क्षिप्त है।
डँगरी
[सं-स्त्री.] 1. लंबी ककड़ी 2. हिमालय में होने वाला एक प्रकार का मोटा बेंत।
डँगवारा
[सं-पु.] हल, बैल आदि की वह सहायता जिसे किसान एक दूसरे को देते हैं; जिता।
डँडिया
[सं-पु.] वह व्यक्ति जो सीमा पर रहकर महसूल या कर उगाहने का काम करता हो; कर उगाहने वाला। [सं-स्त्री.] 1. पुरानी चाल की वह साड़ी जिसमें डाँड़ों या लंबी लकीरों
के रूप में गोटा पट्टा टंका होता था 2. गेहूँ, जौ आदि की बालियों की लंबी सींक।
डंक
(सं.) [सं-पु.] 1. बिच्छू, बर्र, ततैया या मधुमक्खी आदि के शरीर का वह जहरीला काँटा जिसे वे दूसरे प्राणियों के शरीर में चुभा देते हैं 2. दंश 3. {ला-अ.} चुभने
वाली बात; द्वेषभरी बात; व्यंग्योक्ति।
डंकना
[क्रि-अ.] गरजने की क्रिया; गरजना।
डंका
(सं.) [सं-पु.] 1. एक प्रकार का बड़ा नगाड़ा 2. दमामा 3. धौंसा 4. मुरगों में होने वाली लड़ाई। [मु.] डंके की चोट पर : सबको सुनाकर; निर्भय होकर;
बेझिझक।
डंका-निशान
[सं-पु.] राजाओं की सवारी के आगे बजाने वाला डंका और उसके साथ चलने वाला झंडा।
डंकिनी
[सं-स्त्री.] डाकिनी।
डंकुर
[सं-पु.] पुरानी तरह का ताल देने का एक बाजा।
डंगर
[सं-पु.] पशु; चौपाया। [वि.] मूर्ख; निर्बुद्धि। [मु.] -चराना : मवेशी चराना; व्यर्थ घूमना।
डंठल
(सं.) [सं-पु.] 1. पौधों तथा वनस्पतियों का वह पतला और लंबा धड़ जिसपर पत्तियाँ या कोपलें होती हैं, जैसे- सरसों का डंठल; गुलाब का डंठल 2. पेड़-पौधों की शाखा का
नरम हिस्सा।
डंठी
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. डंठल 2. किसी चीज़ में लगा कोई लंबा अंश।
डंड
(सं.) [सं-पु.] 1. डंडा; सोंटा 2. बाहुदंड 3. बाँह; भुजा 4. सज़ा; जुर्माना 5. घाटा 6. एक प्रसिद्ध भारतीय व्यायाम 7. बाहों की मज़बूती के लिए हाथ-पंजों के सहारे
ज़मीन पर पेट के बल झुककर किया जाने वाला व्यायाम। [मु.] -पेलना : मौज़ या आनंद मनाना; कसरत करना।
डंडबैठक
[सं-पु.] 1. एक प्रकार का देशी व्यायाम 2. बाहों के सहारे ज़मीन के समानांतर होकर की जाने वाली उठक-बैठक।
डंडहरा
[सं-पु.] 1. दरवाज़े को बंद करने का उपकरण 2. लकड़ी की अर्गला 3. दरवाज़े के पीछे की तरफ़ उसे खोलने से रोकने के लिए लगाया जाने वाला डंडा।
डंडा
[सं-पु.] 1. लकड़ी या बाँस का सीधा, लंबा टुकड़ा 2. लकड़ी, बाँस आदि की सीढ़ी में पैर रखने का आधार 3. किसी चीज़ का लंबोतरा टुकड़ा 4. लाठी; सोंटा।
डंडा-डोली
[सं-स्त्री.] डोली-डंडा; लड़कों का एक खेल जिसमें दो लड़के अपनी बाँहों को मिलाकर उन्हें चौकी का रूप देते हैं और उस पर किसी तीसरे छोटे लड़के को बैठाकर, 'डोली
डंडा पालकी' कहकर इधर-उधर घुमाते हैं।
डंडी
[सं-स्त्री.] 1. लकड़ी का छोटा डंडा 2. तने का वह भाग जिसपर फूल या फल लगते हैं; नाल 3. धातु आदि का बहुत पतला डंडा; छड़ी 4. तराज़ू की लकड़ी जिसके दोनों ओर
रस्सियों से पलड़े बाँधे जाते हैं।
डंडोरना
[क्रि-स.] खोजना; हेरना; ढूँढ़ना।
डंबर
(सं.) [सं-पु.] 1. आडंबर; तड़क-भड़क 2. सौंदर्य 3. विस्तार 4. बहुत बड़ा समूह या झुंड 5. एक तरह का चँदवा 6. सादृश्य 7. गर्व 8. चहल-पहल।
डंस
(सं.) [सं-पु.] गहरा और तेज़ डंक मारने वाला एक प्रकार का बड़ा मच्छर; डाँस।
डक
(इं.) [सं-पु.] 1. एक प्रकार का सन आदि का बना टाट या मोटा सूती कपड़ा जिससे जहाज़ों के पाल बनते हैं 2. जलयान पर माल लादने तथा चढ़ाने के लिए नदी या सागर में
बना पक्का घाट 3. जहाज़ की ऊपरी छत 4. अदालत का कठघरा।
डकरना
[क्रि-अ.] बैल, भैंसे आदि का बोलना।
डकार
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. औ की लंबी ध्वनि करते हुए पेट की वायु का बाहर निकलना; उक्त कार्यव्यापार में होने वाली ध्वनि; पेट की वह वायु जो आवाज़ के साथ मुँह से
निकलती है 2. बाघ की गरजन; दहाड़। [मु.] -जाना : हथिया लेना। -तक न लेना : चुपचाप हज़म कर जाना।
डकारना
(सं.) [क्रि-अ.] 1. डकार लेने की क्रिया 2. खाकर संतुष्ट होना 3. पेट की हवा को मुँह से निकालना 3. शेर का दहाड़ना; गरजना। [क्रि-स.] {ला-अ.} किसी का माल हड़पना
या कब्ज़े में करना; किसी का माल आदि पचा जाना।
डकैत
[सं-पु.] वह जो डाका डालता है; डाकू; लुटेरा।
डकैती
[सं-स्त्री.] 1. संपत्ति लूटने के लिए दल-बल के साथ किया जाने वाला सशस्त्र धावा 2. लूटपाट करने का काम 3. हमला करके धन छीन लेना 4. डकैत का धंधा 5. किसी की चीज़
को बलात अपने अधिकार में करना।
डकोटा
(इं.) [सं-पु.] एक प्रकार का बड़ा वायुयान।
डग
(सं.) [सं-पु.] चलने में जहाँ से पैर उठाया जाए और जहाँ रखा जाए उन दोनों स्थानों के बीच की दूरी; चलने में एक स्थान से पैर उठाकर दूसरे स्थान पर रखने की क्रिया
की समाप्ति; कदम; फाल। [मु.] -भरना : कदम बढ़ाना। -देना : कदम रखना। -मारना : लंबे-लंबे डग डालना।
डगण
(सं.) [सं-पु.] पिंगल में चार मात्राओं का एक गण।
डगमग
[वि.] 1. लड़खड़ाता हुआ 2. विचलित 3. जो बहुत अधिक हिल-डुल रहा हो; अस्थिर।
डगमगाना
[क्रि-अ.] 1. लड़खड़ाना; चलने में कभी इधर कभी उधर हो जाना 2. विचलित होना 3. दृढ़ न रहना 4. डावाँडोल होना 5. हिलने लगना 6. अस्थिर होना। [क्रि-स.] 1. विचलित
करना; इधर-उधर हिलाना; दृढ़ न रहने देना 2. इस प्रकार हिचकोले मारना जिससे व्यक्ति या वस्तु झूलने लगे; हिलाना-डुलाना।
डगमगाहट
[सं-स्त्री.] डगमग होने की अवस्था या भाव।
डगर
[सं-स्त्री.] 1. रास्ता; मार्ग; राह 2. गाँव-देहात का तंग रास्ता 3. {ला-अ.} उपाय।
डगरना
[क्रि-अ.] 1. गमन करना; चलना; लुढ़कते हुए आगे बढ़ना 2. {ला-अ.} किसी काम आदि का किसी तरह चालू (जारी) रहना।
डगरा
[सं-पु.] बाँस की पतली-पतली कमानियों या पट्टियों से निर्मित छिछला पात्र; चपटी पेंदी का दौरा (टोकरीनुमा पात्र)।
डगा
[सं-पु.] वह लकड़ी जिससे डुग्गी बजाई जाती है।
डच
(इं.) [सं-पु.] हालैंड का निवासी। [वि.] हालैंड संबंधी; हालैंड का।
डटना
[क्रि-अ.] 1. जमकर खड़ा होना; पहरा या सुरक्षा के लिए साहस के साथ खड़े रहना, जैसे- लड़ाई के मैदान में डटना 2. मुकाबला करना 3. अड़े रहना; स्थिर रहना; अड़ना 4. जमे
रहना; जमना।
डटाई
[सं-स्त्री.] 1. डटे हुए होने की अवस्था या भाव 2. डटाने की क्रिया, भाव या मज़दूरी।
डटाना
[क्रि-स.] 1. डटने में प्रवृत्त करना 2. रोकना; ठहराना 3. भिड़ाना; सटाना।
डट्ठा
[सं-पु.] 1. किसी वस्तु को आधार देने के लिए टेक 2. गट्टा; काग 3. लंगर आदि, बांधने की रस्सी 4. महराब को रोके रखने के लिए ईंटों की जोड़ाई 5. वृत्तखंड; चाप 6.
एक वृक्ष और उसकी छाल।
डढ़ियल
[वि.] दढ़ियल; दाढ़ीवाला।
डपट1
[सं-स्त्री.] घोड़े की तेज़ चाल।
डपट2
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. डाँट-डपट करने की क्रिया या भाव 2. घुड़की; डाँट; झिड़की।
डपटना
[क्रि-स.] 1. डाँटना 2. घुड़कना 3. कटु बातें कहना।
डपोरशंख
[सं-पु.] 1. लंबी-चौड़ी बातें करने वाला व्यक्ति 2. डींग मारने वाला व्यक्ति 3. मूर्ख 4. बड़े डील-डौल का व्यक्ति।
डफ
[सं-स्त्री.] चमड़े से मढ़ा हुआ एक प्रकार का बड़ा बाजा; चंग; बड़ी डफली।
डफली
[सं-स्त्री.] 1. ढपली; ढपरी; खंजरी 2. चमड़े से मढ़ा एक प्रकार का बाजा; छोटा डफ 3. लावनी गायकों का वाद्य।
डफारना
[क्रि-अ.] 1. ऊँचे स्वर में चिल्लाना; ज़ोर से आवाज़ देना 2. ज़ोर-ज़ोर से रोना।
डफाली
[सं-पु.] 1. डफ बजाने वाला व्यक्ति 2. डफ बजाने तथा इस धुन पर कव्वाली गाने वाला मुसलमानों का एक वर्ग।
डबकना
[क्रि-स.] दबा कर या पीटकर कटोरी या कटोरे की तरह गहरा करना। [क्रि-अ.] 1. लँगड़ाकर चलना; शरीर के किसी अंग में दर्द होना 2. टीसना 3. डबडबाना; आँखों में आँसू भर
आना।
डबडबाना
[क्रि-अ.] नेत्रों में आँसू आ जाना।
डबरा
(सं.) [सं-पु.] 1. पानी का छिछला गड्ढा 2. खेत का बिना जुता हुआ कोना।
डबल
(इं.) [वि.] 1. दोगुना 2. दोहरा 3. युग्म; उभय। [सं-पु.] एक पैसा का ब्रिटिश कालीन सिक्का; पैसा।
डबल क्राउन
(इं.) [सं-पु.] 1. कागज़ की एक माप 2. तीस इंच लंबे तथा बीस इंच चौड़े कागज़ की माप।
डबलक्रॉस लाइन
(इं.) [सं-स्त्री.] द्विपंक्ति शीर्षक; एक से अधिक कॉलम में फैली दो पंक्ति का शीर्षक।
डबलटन
(इं.) [सं-पु.] भूल, संयोग या असावधानी से एक ही अंक में किसी समाचार या अन्य सामग्री का दो बार छप जाना।
डबलरोटी
(इं.+हिं.) [सं-स्त्री.] ख़मीर उठाकर पकाई गई बड़ी और मोटी रोटी; पावरोटी।
डबलेट
(इं.) [सं-पु.] भूल या असावधानी से समाचार के एक से अधिक स्थानों पर प्रकाशित होना।
डबिंग
(इं.) [सं-स्त्री.] किसी एक भाषा की फ़िल्म के संवादों को किसी अन्य भाषा में अनुवाद करने की क्रिया।
डब्बा
[सं-पु.] डिब्बा।
डब्बू
[सं-पु.] 1. कटोरदान; ढकनेदार कटोरा 2. खाने की चीज़ें रखने का एक प्रकार का डिब्बा।
डभकना
[क्रि-अ.] 1. जल में इस प्रकार डूबना-उतराना कि डभ-डभ शब्द हो 2. इतना भर जाना कि बाहर निकलने लगे; छलकना 3. जी भरकर कुछ खाना-पीना।
डभकाना
[क्रि-स.] कोई चीज़ इस प्रकार पानी में डुबाना कि डभ-डभ शब्द हो।
डमडम
[सं-पु.] डमरू के बजने से उत्पन्न ध्वनि।
डमरू
(सं.) [सं-पु.] 1. बजाई जाने वाली एक वस्तु 2. एक वाद्ययंत्र जो बीच में पतला और दोनो सिरों पर चौड़ा होता है तथा जिसे हाथ से हिलाकर बजाया जाता है 2. (पुराण)
शिव द्वारा बजाया जाने वाला वाद्ययंत्र।
डमी
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. वास्तविक या असली प्रतीत होने वाली नकली वस्तु 2. मानव शरीर का मॉडल 3. किसी पत्र-पत्रिका के पृष्ठों का कच्चा रूप; अंतिम रूप से छपने से
पहले समाचार पत्र का पूर्णतः तैयार पन्ना, जिसे ले-आउट भी कहते हैं 4. ख़ाका।
डर
(सं.) [सं-पु.] 1. बुरा होने की आशंका से उत्पन्न होने वाला भाव; भय; ख़ौफ़; त्रास; अंदेशा 2. अनिष्ट की संभावना की मन में होने वाली कल्पना 3. किसी बड़े व्यक्ति
या बुज़ुर्ग से कुछ कहने में होने वाला संकोच 4. आशंका। [मु.] -जाना : भयभीत होना।
डरना
[क्रि-अ.] 1. हानि या अनिष्ट की आशंका से आकुल होना; भयभीत होना 2. ख़ौफ़ करना 3. आशंका करना।
डरपोक
[वि.] 1. डरने वाला; भीरु 2. कायर; बुज़दिल।
डरवाना
[क्रि-स.] 1. डराना 2. किसी को डराने के लिए प्रवृत्त करना।
डराना
[क्रि-स.] 1. भयभीत करना 2. किसी के मन में डर पैदा करना 3. सशंक करना।
डरावना
[वि.] 1. भयभीत करने वाला; ख़ौफ़नाक; भयानक 2. ऐसी चीज़ जिसे देख कर डर लगे।
डरावा
[सं-पु.] 1. ऐसी बात जो किसी को डराने के लिए कही जाए 2. पक्षियों आदि को डराकर फलदार वृक्षों, फ़सलों आदि से दूर रखने के लिए बनाई जाने वाली विकराल आकृति;
स्थाणु। [मु.] -दिखाना : भयभीत करना।
डल
[सं-स्त्री.] जम्मू-कश्मीर की दूसरी सबसे बड़ी झील का नाम।
डलना
[क्रि-अ.] 1. किसी पात्र में किसी चीज़ का गिराया, छोड़ा या रखा जाना 2. डाला जाना; पड़ना 3. किसी चीज़ का रखा या सौंपा जाना 4. घुसाया या घुसेड़ा जाना।
डलवाना
[क्रि-स.] 1. डालने का काम दूसरे से कराना 2. किसी को डालने के लिए प्रवृत्त करना।
डला
(सं.) [सं-पु.] 1. किसी जमी हुई या ठोस चीज़ का टुकड़ा; खंड 2. बाँस, बेंत आदि की पतली फट्टियों या कमानियों से बनाया हुआ बड़ा आधान या पात्र जो प्रायः थाल के
आकार का होता है; टोकरा; दौरा।
डलिया
[सं-स्त्री.] 1. बाँस का बना एक पात्र 2. पतली टहनियों से बनी हुई टोकरी।
डली
[सं-स्त्री.] 1. किसी वस्तु का छोटा टुकड़ा या खंड 2. कटी हुई सुपाड़ी।
डवलपमेंट जर्नलिज़म
(इं.) [सं-पु.] विकास पत्रिकारिता; आर्थिक एवं सामाजिक आदि क्षेत्रों के संबंध में गहरी छानबीन या पड़ताल से संबंधित रचनात्मक लेखन कार्य।
डसना
(सं.) [क्रि-स.] 1. साँप या इस प्रकार के अन्य विषैले कीड़े का दाँत से काटना 2. डंक मारना।
डसाना
[क्रि-स.] 1. डसना का प्रेरणार्थक रूप 2. कपड़ा या बिछौना बिछाना।
डस्टर
(इं.) [सं-पु.] 1. ब्लैकबोर्ड, कुरसी, दरवाज़ों आदि को साफ़ करने का उपकरण; कपड़ा 2. झाड़न।
डहकना
[क्रि-अ.] 1. विकसित होना; फूलना 2. शोभायुक्त होकर अच्छी तरह चारों ओर फैलना; छितराना 3. डह-डह शब्द करते हुए ज़ोर से रोना 4. हुंकार भरते हुए गरजना 5. ठगा
जाना। [क्रि-स.] 1. छल या धोखा करना; भुलावे में रखकर मूर्ख बनाना 2. ललचाकर भी न देना।
डहकाना
[क्रि-अ.] किसी के धोखे में आकर अपनी हानि करना; ठगा जाना। [क्रि-स.] 1. किसी को धोखे में रखकर अपना लाभ करना; डहकना 2. खोना; गँवाना।
डहडहा
[वि.] 1. हरा-भरा; लहलहाता हुआ 2. आनंदित या प्रफुल्लित। [क्रि-स.] 1. लहलहा या हरा-भरा करना 2. आनंदित या प्रफुल्लित करना।
डहडहाना
[क्रि-अ.] 1. लहलहाना; हराभरा होना 2. आनंदित होना; प्रसन्न और प्रफुल्लित होना। [क्रि-स.] 1. हरा-भरा करना 2. आनंदित करना; प्रफुल्लित करना।
डहन
(सं.) [सं-पु.] 1. पंख; पक्षियों के पर 2. डैना।
डहना
[क्रि-अ.] 1. भस्म होना; जलना 2. द्वेष करना। [क्रि-स.] 1. भस्म करना; जलाना 2. किसी के मन में कुढ़न या डाह उत्पन्न करना।
डहरना
[क्रि-अ.] चलना; गमन करना; टहलना।
डाँक
[सं-पु.] 1. डंका 2. डंक। [सं-स्त्री.] 1. डाँकने या लाँघने की क्रिया या भाव 2. ताँबे या चाँदी का कागज़ की तरह का वह पतला पत्तर जो नगीनों के नीचे उनकी चमक
बढ़ाने के लिए लगाया जाता है 3. कै; वमन।
डाँकना
[क्रि-स.] 1. बीच में पड़ी हुई कोई चीज़ लाँघना 2. किसी खेल विशेष में कूदना-फाँदना। [क्रि-अ.] वमन, कै, उलटी आदि करना।
डाँग1
(सं.) [सं-पु.] जंगल; पर्वतीय वन।
डाँग2
(पं.) [सं-स्त्री.] बड़ी लाठी; बड़ा डंडा।
डाँगर
[सं-पु.] 1. पशु; चौपाया; डंगर 2. मरा हुआ पशु 3. एक प्रकार की जाति। [वि.] 1. दुबला-पतला होने के कारण जिसकी हड्डियाँ दिखाई देती हों 2. मूर्ख; बेवकूफ़।
डाँट
[सं-स्त्री.] 1. डराने के लिए क्रोधपूर्वक ज़ोर से बोलना; फटका; झिड़क 2. दबाव।
डाँट-डपट
[सं-स्त्री.] क्रोध पूर्वक डाँट कर कही जाने वाली बात।
डाँटना
[क्रि-स.] क्रोध से ऊँची आवाज़ में बोलना; फटकारना; झिड़कना; घुड़कना।
डाँट-फटकार
[सं-स्त्री.] डाँट-डपट।
डाँड़
(सं.) [सं-पु.] 1. लकड़ी का सीधा डंडा 2. नाव खेने का बल्ला 3. ऊँची मेड़ 4. खेत की सीमा 5. खोई या नष्ट हो गई वस्तु का बदला 6. वह मैदान जिसमें का जंगल कट गया हो
7. ज़ुरमाना; हरजाना; अर्थदंड।
डाँड़ना
[क्रि-स.] 1. अर्थदंड लगा कर दंडित करना; जुरमाना करना या लगाना 2. हरजाना लेना 3. डाँटना।
डाँडिया
(सं.) [सं-पु.] एक प्रकार का गुजराती नृत्य।
डाँड़ी
[सं-स्त्री.] 1. तराज़ू की डंडी 2. पतली लंबी लकड़ी 3. वृक्ष आदि की टहनी 4. पौधों का वह लंबा डंठल जिसमें फूल, फल आदि लगते हैं 5. व्यवहार में लाए जाने वाले
उपकरणों का वह पतला लंबोतरा अंश जिसे पकड़कर उस उपकरण को चलाया या हिलाया-डुलाया जाता है 6. हिंडोले की वे चारों लकडियाँ या डोरी की लड़ियाँ जिन पर बैठने की
पटरी रखी जाती है 7. डंडे में बँधी हुई एक तरह की झोली के आकार की पहाड़ी सवारी; झप्पान 8. जुलाहों की वह लकड़ी जो चरखी की थवनी में डाली जाती है 9. शहनाई का वह
निचला भाग जिसमें से हवा बाहर निकलती है 10. सीधी रेखा 11. मर्यादा 12. चिड़ियों के बैठने का अड्डा 13. अनवट नामक गहने का वह भाग जो दूसरी और तीसरी उँगलियों के
बीच में रहता है और उसे घूमने से रोकता है। [सं-पुं.] 1. डाँड़ खेने वाला आदमी 2. सुस्त आदमी।
डाँवाँडोल
[वि.] 1. एक स्थिति में न रहने वाला 2. अस्थिर; असंतुलित 3. जो कभी इधर हो कभी उधर हो; हिलता हुआ 4. {ला-अ.} बिना पेंदी का लोटा।
डाँस
(सं.) [सं-पु.] 1. बड़ा मच्छर 2. दंश 3. एक ऐसी मक्खी जो पशुओं को काटती है 4. कुकरौंछी।
डांस
(इं.) [सं-पु.] 1. नाचने की क्रिया या अवस्था 2. नृत्य; नाच 3. नृत्य विशेष का नाम, जैसे- कथक, बैले आदि।
डांसर
(इं.) [वि.] नृत्य करने वाला; नर्तक।
डाइन
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. (लोकमान्यता) भूत-प्रेत योनि की स्त्री; भूतनी 2. जादू करने वाली स्त्री 3. चुड़ैल 4. डरावनी आकृति की कुरूप स्त्री।
डाइनमो
(इं.) [सं-पु.] वह उपकरण जो यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है; विद्युत उत्पन्न करने की मशीन।
डाउनलोड
(इं.) [सं-पु.] किसी फाइल, प्रोग्राम आदि को इंटरनेट के माध्यम से उपयोगकर्ता द्वारा अपने कंप्यूटर या डिवाइस, जैसे- पेन ड्राइव आदि में संगृहीत करने की क्रिया।
डाक
[सं-स्त्री.] 1. राज्य की ओर से चिट्ठियों, पार्सलों आदि को लाने और ले जाने की व्यवस्था 2. सवारी का ऐसा प्रबंध जिसमें हर पड़ाव पर जानवर या यान बदले जाते हों
3. डाँकने की क्रिया या भाव; (पोस्ट)।
डाकख़ाना
(हिं.+फ़ा.) [सं-पु.] 1. डाकघर; (पोस्टऑफ़िस) 2. वह सरकारी कार्यालय या उसका भवन जो डाक द्वारा चिट्ठियाँ आदि बँटवाने की व्यवस्था करता है।
डाकगाड़ी
[सं-स्त्री.] वह वाहन या गाड़ी जो सामान्यतया तेज़ गति से चलती है और जिसमें डाक ले जाने की व्यवस्था होती है।
डाकघर
[सं-पु.] वह सरकारी दफ़्तर जहाँ चिट्ठी-पत्री, पत्र-पत्रिकाएँ, पार्सल, मनीआर्डर आदि भेजने और बाँटने की व्यवस्था की जाती है; डाकख़ाना; (पोस्ट ऑफ़िस)।
डाक-चौकी
[सं-स्त्री.] 1. वह स्थान जहाँ ठहरकर हरकारा डाक का आदान-प्रदान करते थे 2. प्राचीन काल में मार्ग में पड़ने वाला वह स्थान जहाँ यात्रा के घोड़े, हरकारे या
सवारियाँ आगे जाने के लिए बदली जाती थीं।
डाकटिकट
(हिं.+इं.) [सं-पु.] डाक से पत्रों आदि को भेजने के लिए लगाया जाने वाला सरकारी टिकट।
डाकना
[क्रि-स.] 1. फाँदना; लाँघना 2. पुकारना 3. नीलामी के समय बोली लगाना। [क्रि-अ.] वमन या कै करना।
डाकबँगला
(इं.) [सं-पु.] वह मकान जो सरकार की ओर से दौरे पर जाने वाले अधिकारियों को अस्थायी रूप से ठहरने के लिए तैयार किया गया हो तथा जिसमें पर्यटक भी रुक सकते हों।
डाकबाबू
[सं-पु.] डाकघर का बड़ा कर्मचारी; (पोस्ट मास्टर)।
डाकर
[सं-पु.] 1. कड़ी किंतु उपजाऊ भूमि 2. सूखे हुए तालों की चिटखी या सूखी मिट्टी।
डाक व्यय
[सं-पु.] 1. डाक शुल्क 2. डाक-महसूल 3. डाक द्वारा कोई पत्र या वस्तु आदि भेजने में लगने वाला शुल्क।
डाक संस्करण
(सं.) [सं-पु.] समाचारपत्र का डाक द्वारा नगर से बाहर भेजा जाने वाला संस्करण।
डाका
[सं-पु.] 1. माल-असबाब लूटने के लिए दल बाँधकर किया जाने वाला धावा 2. बटमारी 3. लूटपाट।
डाकाज़नी
(हिं.+फ़ा.) [सं-स्त्री.] डाका डालने का काम; डकैती; लूट।
डाकिन
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. स्त्रियों को दी जाने वाली एक प्रकार की गाली 2. अनुकूल काम न करने वाली स्त्री 3. किंवदंतियों के अनुसार भूत या प्रेत योनि की स्त्री।
डाकिनी
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. श्मशान आदि की देवी 2. (अंधविश्वास) प्रेतयोनि की स्त्री; चुड़ैल; पिशाचिनी 3. मान्यतानुसार काली की एक अनुचरी।
डाकिया
[सं-पु.] घर-घर जाकर पत्र देने वाला कर्मचारी; डाक देने वाला व्यक्ति; (पोस्टमैन)।
डाकू
[सं-पु.] संपत्ति लूटने के लिए दल-बल के साथ किसी पर सशस्त्र धावा बोलने वाला व्यक्ति; डाका डालने वाला व्यक्ति; लूटमार करने वाला व्यक्ति; दस्यु; डकैत।
डाग
[सं-स्त्री.] तासा, डुग्गी, ढोल, नगाड़ा आदि बजाने की लकड़ी। [मु.] -देना : डुग्गी, नगाड़े आदि पर चोट लगाकर उनसे ध्वनि उत्पन्न करना।
डागा
[सं-पु.] 1. बड़ी डाग 2. तासा, डुग्गी, ढोल, नगाड़ा आदि बजाने की लकड़ी।
डाट
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी चीज़ की छेद या मुँह बंद करने के लिए उसमें कसकर जमाई, बिठाई या लगाई जाने वाली वस्तु; ढक्कन; काग; कॉर्क 2. किसी चीज़ को गिरने से
बचाने या रोकने के लिए सामने या तिरछे बल में लगाई जाने वाली चाँड़ या रोक 3. वह ईंट या पत्थर जो मेहराब के बीचों-बीच दोनों ओर की ईंटों आदि को यथास्थान
दृढ़तापूर्वक जमाए रखने के लिए लगाया जाता है।
डाटना
[क्रि-स.] 1. एक वस्तु को दूसरी वस्तु में कसकर बैठाना 2. टेक या चाँड़ लगाना 3. ख़ूब पेटभर खाना 4. ठाट से कपड़े गहने आदि पहनना।
डाटा
(इं.) [सं-पु.] 1. तथ्य; आँकड़ा 2. तथ्य समूह या सूचना-संग्रह।
डाटाबेस
(इं.) [सं-पु.] कंप्यूटर में संचित विपुल सूचना-सामग्री।
डाढ़
[सं-स्त्री.] 1. दाढ़; चबाने के दाँत 2. वृक्ष की मोटी शाखा 3. वट आदि वृक्षों की शाखाओं से नीचे निकलने वाली जड़; वरोह 4. सुअर का निकला हुआ दाँत।
डाढ़ा1
[सं-पु.] बहुत लंबी दाढ़ी।
डाढ़ा2
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. वन की आग; दावानल 2. आग 3. ताप। [वि.] खूब खौलाने से जला हुआ; जला हुआ।
डाढ़ी
[सं-स्त्री.] 1. दाढ़ी 2. ठोड़ी या चिबुक के बाल 3. जली हुई; तपाई हुई।
डाबर
(सं.) [सं-पु.] 1. वह नीची ज़मीन या छोटा गड्ढा जिसमें बरसाती पानी ठहरता हो; झाँवर 2. मैला या गंदा पानी 3. चिलमची नामक पात्र जिसमें हाथ-मुँह धोने का पानी रहता
है।
डाभ
(सं.) [सं-पु.] 1. नारियल का कच्चा फल जिसका पानी पीया जाता है 2. आम की मंजरी 3. एक प्रकार का कुश।
डामर
[सं-पु.] 1. साल का गोंद; राल 2. निर्वासन का दंड 3. राल बनाने वाली एक मधुमक्खी 4. अलकतरा। [वि.] 1. दंगा करने वाला 2. ख़ौफ़नाक।
डामल
(अ.) [सं-पु.] 1. आजीवन कारावास 2. निर्वासन की सजा।
डायन
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. ऐसी स्त्री जिसका स्वभाव क्रूर हो 2. चुड़ैल; डाइन; भूतनी 3. एक प्रकार की गाली।
डायनासोर
(इं.) [सं-पु.] 1. सरीसृप वर्ग का एक विलुप्त प्राणी 2. लगभग छह करोड़ वर्ष पहले पाए जाने वाले भारी शरीर वाले विलुप्त सरीसृप वर्ग के प्राणी।
डायबिटीज
(इं.) [सं-स्त्री.] शरीर में इंसुलिन हार्मोन की कमी से होने वाला एक प्रकार का रोग; मधुमेह; (शुगर)।
डायमंड
(इं.) [सं-पु.] 1. हीरा 2. समचतुर्भुज; सपाट आकृति 3. ताश में ईंट के पत्तों का सेट 4. बेसबॉल का मैदान।
डायरिया
(इं.) [सं-पु.] दस्त; पेचिश।
डायरी
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. ऐसी पुस्तिका जिसमें प्रत्येक दिन के कार्यों का विवरण लिखा जाता है; दैनिकी; रोज़नामचा 2. विवरणिका 3. (साहित्य) एक प्रसिद्ध विधा।
डायरेक्ट
(इं.) [वि.] 1. सीधा; प्रत्यक्ष 2. बिना रुके; बिना घूमे 3. पूरा।
डायरेक्टर
(इं.) [सं-पु.] 1. संचालक; निदेशक; निर्देशक 2. किसी कंपनी या शिक्षा संस्था में विभाग का प्रमुख या अध्यक्ष 3. फ़िल्म या नाटक का निर्देशक। [वि.] दिखलाने या
बतलानेवाला।
डायल
(इं.) [सं-पु.] 1. घड़ी आदि का गोलाकार भाग जिसपर समय, मात्रा आदि की इकाइयाँ अंकित होती हैं; अंकपट्ट 2. रेडियो आदि पर लगा गोलाकार पुरज़ा जिसे प्रोग्राम आदि
बदलने के लिए घुमाते हैं 3. पुराने टेलीफ़ोन-यंत्रों में लगा छेदों वाला गोल डायल; टेलीफ़ोन का डायल।
डायलॉग
(इं.) [सं-पु.] 1. लोगों के बीच होने वाली बातचीत; वार्तालाप 2. नाटक, फ़िल्म आदि के संवाद 3. अलग-अलग लोगों के बीच विचार-विमर्श 4. संवाद; कथोपकथन; भाषण।
डायोड
(इं.) [सं-पु.] 1. दो इलेक्ट्रोड वाला वैक्यूम वाल्व (नली) जिसे प्रत्यावर्ती धारा (ए.सी.) को दिष्ट धारा (डी.सी.) में परिवर्तित करने तथा रेडियो-परिपथ में
संसूचक (डिटेक्टर) के कार्य के लिए उपयोग किया जाता है 2. एक अर्धचालक जिसमें पी-एन संधि होती है 3. वह उपकरण या डिवाइस जिसमें से विद्युत धारा केवल एक दिशा में
प्रवाहित होती है।
डार
[सं-स्त्री.] 1. पक्षियों की उड़ती हुई पंक्ति 2. डाल; शाखा 3. फूल आदि रखने की डलिया 4. किवाड़ में लगनेवाली एक तरह की लंबी लकड़ी।
डारना
[क्रि-स.] 1. किसी पर कुछ डालना 2. फेंकना 3. किसी वस्तु में ऊपर से कुछ डालना 4. पहनाना 5. अंकित करना।
डारा
[सं-पु.] कपड़े टाँगने की रस्सी या लकड़ी।
डारी
[सं-स्त्री.] 1. वृक्ष की छोटी डाली 2. डलिया जो फल, फूल तथा मिष्ठान्न आदि से भरी हुई हो।
डार्विनवाद
(इं.+सं.) [सं-पु.] जीवों की उत्पत्ति और विकासक्रम के संबंध में प्रसिद्ध जीववैज्ञानिक चार्ल्स डार्विन द्वारा प्रतिपादित विचार या सिद्धांत; योग्यतम की
उत्तरजीविता (सर्वाइवल ऑव द फिटेस्ट) का सिद्धांत।
डाल
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. पेड़ की शाखा; साख 2. एक प्रकार की खूँटी 3. तलवार का फल 4. विवाह के समय वर की ओर से वधू को दिए जाने वाले कपड़े, गहने, डला आदि।
डालना
(सं.) [क्रि-स.] 1. किसी चीज़ में मिलाना या गिराना 2. फैलाना; बिछाना 3. शरीर पर धारण कराना; पहनाना 4. {अ-अ.} किसी स्त्री को पत्नी की तरह घर में रखना 5.
{अ-अ.} पशुओं का गर्भपात करना।
डाली
[सं-स्त्री.] 1. डलिया; छोटा डाल 2. फ़सल का अनाज ओसाना; बरसना।
डासना
[क्रि-स.] 1. डालना; फैलाना 2. बिछाना 3. (साँप, बिच्छू आदि का) काटना; डसना।
डाह
(सं.) [सं-स्त्री.] जलन; ईर्ष्या।
डाहना
[क्रि-स.] 1. किसी के मन में ईर्ष्या या डाह पैदा करना; जलाना; त्रस्त करना; सताना; दुखी करना 2. तंग करना; दिक करना 3. पीड़ित करना।
डाही
[वि.] ईर्ष्या करने वाला; डाह करने वाला।
डिंगर
(सं.) [सं-पु.] 1. मोटा व्यक्ति 2. धूर्त व्यक्ति; धूर्त या पाजी व्यक्ति 3. गुलाम; दास 4. बदमाश; ठग 5. अपमान 6. फेंकने की क्रिया 7. बंधन न मानने वाली गाय के
गले में बाँधी जाने वाली मोटी लकड़ी; ठिंगुरा।
डिंगल
[सं-स्त्री.] 1. मध्ययुग में राजपूताने में भाट या चारणों द्वारा व्यवहृत वह प्राचीन भाषा जिसमें वीर रस प्रधान काव्य और वंशावलियाँ लिखी गईं 2. भाट कवियों
द्वारा प्रयुक्त आरंभिक मारवाड़ी भाषा का पुरातन रूप।
डिंडिश
(सं.) [सं-पु.] टिंडा नामक सब्ज़ी; डिंडसी; टिंडसी।
डिंब
(सं.) [सं-पु.] 1. मादा प्राणी का वह अंडाणु या जीवाणु जो नर प्राणी के वीर्य में उपस्थित शुक्राणु से संयोग कर गर्भाशय में विकसित होकर नए जीव की भ्रूण कोशिका
बनाता है 2. मादा प्राणी के गर्भ की आरंभिक अवस्था; (ओवम)।
डिंबाणु
[सं-पु.] डिंब; अंडा।।
डिंबाशय
(सं.) [सं-पु.] मादा प्राणी या मादा जाति के गर्भाशय में दो ग्रंथियाँ जिनमें डिंब बनते और परिपक्व होते हैं; गर्भाशय; (ओवेरी)।
डिकोडिंग
(इं.) [सं-स्त्री.] विसंकेतन संकेतों को समझना; गुप्त संदेश का अर्थ निकालना।
डिक्शनरी
(इं.) [सं-स्त्री.] शब्दकोश; शब्दसंग्रह; शब्दमाला; शब्दसागर; अभिधान।
डिगना
(सं.) [क्रि-अ.] 1. अपने स्थान से हटना, खिसकना या सरकना 2. हिलना 3. वचन से फिरना; मुकरना 4. किसी बात पर स्थिर न होना; संकल्प से दृढ़ न रहना 5. विचलित होना।
डिगरीदार
(इं.+फ़ा.) [वि.] वह जिसके पक्ष में किसी मुकदमे का निर्णय हुआ हो।
डिगरीधारी
(इं.+ सं.) [सं-पु.] जिसे डिगरी या पदवी मिली हो। [वि.] डिगरी या उपाधि धारण करने वाला।
डिगाना
(सं.) [क्रि-स.] 1. स्थान से हटाना; सरकाना; खिसकाना 2. टालना 3. गिरा देना 4. हिला देना; हिलाना; हटाना।
डिग्री
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाने वाली उपाधि 2. पदवी, योग्यता तथा प्रतिष्ठा सूचित करने वाला शब्द।
डिज़ाइन
(इं.) [सं-पु.] 1. प्रारूप; बनावट 2. रेखाओं और चित्रों से बनाया गया कोई प्रतिरूप; नमूना; प्रतिमान; रूप 3. ख़ाका 4. किसी कार्य या रचना की परिकल्पना; योजना।
[सं-स्त्री.] बनावट; तर्ज़।
डिज़ाइनदार
(इं.+फ़ा.) [वि.] 1. प्रतिमान युक्त 2. प्रतिमान के रूप में होने वाला 3. सामान्य से हट कर विशेष प्रकार की आकृति वाला।
डिज़ाइनर
(इं.) [सं-पु.] प्रतिमान निर्माण या डिज़ाइन करने में कुशल व्यक्ति।
डिजिटल
(इं.) [वि.] 1. अंकों से सूचना देने वाला; अंकीय; अंकों में दर्शाने वाला; अंकदर्शी 2. कंप्यूटर विज्ञान में ध्वनि-रिकॉर्डिंग या सूचना-संग्रहण के लिए 1 और 0
अंक का प्रयोग करने वाली इलेक्ट्रॉनिक पद्धति।
डिजॉल्व
(इं.) [सं-पु.] परदे पर प्रस्तुत तस्वीर धुंधला होते हुए समाप्त हो और साथ ही दूसरी प्रकट हो।
डिठौना
[सं-पु.] बुरी नज़र से बचाने के लिए बच्चों के माथे पर लगाया गया काला टीका।
डिनर
(इं.) [सं-पु.] 1. रात्रि का भोजन 2. विशिष्ट भोजन।
डिपार्टमेंट
(इं.) [सं-पु.] 1. विभाग, प्रभाग या महकमा 2. किसी वस्तु या कार्य का कोई निश्चित क्षेत्र या भाग।
डिपो
(इं.) [सं-पु.] 1. गोदाम; भंडार 2. वाहनों को एकत्र रखने का स्थान 3. रेजीमेंट का प्रधान कार्यालय।
डिप्टी
(इं.) [सं-पु.] 1. सहायक, जैसे- डिप्टी इंसपेक्टर 2. नायब।
डिप्लोमा
(इं.) [सं-पु.] 1. किसी विशेष क्षेत्र में एक प्रकार का प्रशिक्षण; किसी विषय में प्रशिक्षण प्राप्त करने का प्रमाण-पत्र; सनद 2. अधिकारदायक पत्र 3. शैक्षिक
प्रमाण-पत्र।
डिबिया
[सं-स्त्री.] 1. छोटा डिब्बा 2. संपुट।
डिबेट
(इं.) [सं-पु.] 1. वाद-विवाद 2. किसी विशेष विषय या मुद्दे पर होने वाली ऐसी बातचीत जिसमें दो पक्षों के बीच तर्क-वितर्क हो।
डिब्बा
(सं.) [सं-पु.] 1. टीन, प्लाटिस्क, लोहे आदि से बना पात्र 2. रेलगाड़ी के इंजन से जुड़ने वाली चार या आठ पहियों वाली एक बड़ी संदूकनुमा संरचना; कूपा; बोगी।
डिब्बाबंद
(हिं.+फ़ा.) [वि.] जो बंद डिब्बे में उपलब्ध हो।
डिब्बी
[सं-स्त्री.] छोटा डब्बा; डिबिया।
डिब्बेबंदी
(हिं.+फ़ा.) [सं-स्त्री.] किसी सामग्री को डिब्बे में बंद करने की क्रिया या भाव।
डिम1
(सं.) [सं-पु.] (नाटक या दृश्यकाव्य) एक रूपक जिसमें रौद्र रस की प्रधानता के साथ इंद्रजाल, क्रोध और युद्ध आदि के दृश्यों का चित्रण होता है।
डिम2
(इं.) [सं-पु.] 1. धुँधला; कम रोशनी वाला; मद्धिम 2. कमज़ोर; हलका 3. अस्पष्ट।
डिमडिम
[सं-स्त्री.] डुग्गी बजने से उत्पन्न शब्द; डुग्गी बजने से उत्पन्न ध्वनि।
डि-रेगुलेशन
(इं.) [सं-पु.] विनियमन।
डिल्ला
[सं-पु.] बैल आदि पशुओं के कंधे पर उठा हुआ कूबड़; ककुत्थ; कुब्बा।
डिवाइस
(इं.) [सं-पु.] 1. युक्ति; उपकरण; मशीन 2. किसी कार्य विशेष के वास्ते काम में आने वाली मशीन या औज़ार।
डिवीज़न
(इं.) [सं-पु.] 1. किसी विशिष्ट कार्य का निश्चित क्षेत्र या खंड 2. श्रेणी, जैसे- फ़र्स्ट डिवीज़न आदि।
डिश
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. व्यंजन; विशेष प्रकार से बनाया गया पकवान 2. थाली; प्लेट।
डिस्क
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. प्लास्टिक आदि से निर्मित वह वस्तु जिसमें कंप्यूटर आदि में प्रयोग के लिए सूचनाएँ संचित की जाती हैं 2. वर्तुलाकार तथा चपटी वस्तु।
डिस्क्रिप्शन
(इं.) [सं-पु.] 1. विवरण; वर्णन; प्रकार 2. चित्रण 3. हाल; हुलिया 4. कथन।
डिस्ट्रीब्यूट
(इं.) [क्रि-स.] बाँटना; वितरित करना।
डिस्ट्रीब्यूटर
(इं.) [सं-पु.] वितरण करने वाला व्यक्ति; वितरक।
डिस्पेंसरी
(इं.) [सं-पु.] दवाख़ाना; औषधालय।
डींग
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. बढ़-चढ़कर की जाने वाली बात; सारहीन और बेतुकी बात 2. शेखी; लंबी-चौड़ी हाँकना; झूठी आत्मप्रशंसा; अभिमान से भरी गप्प; खोखली बड़ाई।
डीज़ल
(इं.) [सं-पु.] ईंधन के रूप में प्रयोग किया जाने वाला पेट्रोलियम पदार्थ; एक प्रकार का भारी खनिज तेल।
डीज़ल इंजन
(इं.) [सं-पु.] डीज़ल से चलने वाला इंजन।
डीठ
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. निगाह; दृष्टि 2. देखने की शक्ति 3. ज्ञान 4. नज़र।
डीन1
(सं.) [सं-पु.] 1. चिड़ियों की उड़ान; पक्षियों की एक प्रकार की गति 2. उड़ान से पैदा होने वाली आवाज़।
डीन2
(इं.) [सं-पु.] विश्वविद्यालय या कॉलेज में किसी संकाय का अध्यक्ष; संकायाध्यक्ष; अधिष्ठाता।
डील
[सं-पु.] 1. शरीर का आकार 2. काठी।
डील-डौल
[सं-पु.] शरीर की बनावट या संरचना; शरीर का आकार-प्रकार; कद-काठी।
डीलर
(इं.) [वि.] लेन-देन करने वाला व्यापारी; वह व्यक्ति जो बेचने के लिए सामान ख़रीदता तथा उसका रखरखाव करता है; वितरण करने वाला व्यापारी।
डीह
(फ़ा.) [सं-पु.] 1. छोटा गाँव; बस्ती; आबादी 2. उजड़े हुए गाँव का टीला 3. ग्राम-देवता।
डुंक
[सं-पु.] घूँसा; मुक्का।
डुंडुल
(सं.) [सं-पु.] छोटा उल्लू।
डुकरिया
[सं-स्त्री.] 1. बुढ़िया; डोकरी 2. बुज़ुर्ग औरत; वृद्ध स्त्री।
डुगडुगाना
[क्रि-स.] चमड़े से मढ़े हुए बाजे या डुग्गी को लकड़ी से बजाना; ड्रम या छोटा नगाड़ा बजाना।
डुगडुगी
[सं-स्त्री.] 1. चमड़ा मढ़ा हुआ चौड़े मुँह का छोटा बाजा; डुग्गी; डौंडी 2. वह वाद्य जिसे बजाकर किसी बात की सूचना दी जाती है; मुनादी करने का छोटा नगाड़ा।
डुगुर-डुगुर
[अव्य.] 1. धीरे-धीरे 2. आराम से हिलते हुए।
डुग्गी
[सं-स्त्री.] डुगडुगी।
डुप्लीकेट
(इं.) [सं-पु.] 1. किसी वस्तु की प्रतिकृति या नकल; अनुलिपि 2. किसी काम में होने वाला दोहराव 3. पुनरावृत्ति; अनुलिपिकरण।
डुबकनी
[सं-स्त्री.] पानी के अंदर डूब कर चलने वाली नाव या जलयान; पनडुब्बी; (सबमरीन)।
डुबकी
[सं-स्त्री.] 1. पानी में डूबने की क्रिया या भाव 2. गोता; बुड़की 3. एक तरह का बटेर 4. बिना तली हुई पीठी की बड़ी।
डुबवाना
[क्रि-स.] 1. डुबाने का काम कराना 2. बरबाद करना।
डुबाना
[क्रि-स.] 1. पानी या किसी तरल में डालना; गोता देना; बोरना 2. मग्न करना 3. चौपट या बरबाद करना; नष्ट करना 4. किसी की प्रतिष्ठा नष्ट करना 5. कलंक लगाना। [मु.] नाम डुबाना : नाम नष्ट करना; मर्यादा नष्ट करना। लुटिया डुबाना : काम बिगाड़ना; प्रतिष्ठा नष्ट करना।
डुबाव
[सं-पु.] 1. पानी या किसी तरल में किसी व्यक्ति के डूबने भर की गहराई 2. किसी बात या कार्य में तल्लीन होने की अवस्था।
डुबोना
[क्रि-स.] 1. किसी वस्तु को जल या किसी तरल में डुबाना; बोरना 2. चौपट या नष्ट करना 3. प्रतिष्ठा नष्ट करना 4. कलंकित करना।
डुब्बा
[सं-पु.] 1. पानी में डुबकी लगाने वाला; पनडुब्बा 2. बक्स के आकार का एक यंत्र जिसमें बैठकर पनडुब्बा पानी के भीतर काम करता है।
डुभकौरी
[सं-स्त्री.] पीठी की सुखाई हुई या बिना तली बड़ी; डभकौरी।
डुलना
[क्रि-अ.] 1. इधर-उधर घूमना 2. चलना-फिरना 3. हिलना 4. गतिमान होना 5. दोलित होना 6. अस्थिर होना 7. विचलित होना।
डुलाना
[क्रि-स.] 1. हिलाना 2. इधर-उधर घुमाना (प्रायः हिलना के साथ प्रयोग, जैसे- हिलाना-डुलाना)।
डुलिका
(सं.) [सं-स्त्री.] खंजन के आकार की एक चिड़िया।
डुली
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. चिल्ली नाम का एक साग 2. लाल रंग के पत्तों का बथुआ।
डूँगर
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. छोटी पहाड़ी; ऊँची ज़मीन 2. टीला; ढूह।
डूँगरी
[सं-स्त्री.] छोटी पहाड़ी।
डूँगा
(सं.) [सं-पु.] 1. छोटी पहाड़ी 2. टीला 3. चम्मच 4. एक ही काठ की बनी हुई नाव।
डूबना
[क्रि-अ.] 1. पानी या किसी भी तरल पदार्थ में पूरी तरह समाना; गोता खाना 2. किसी भी चीज़ में तन्मय होना; लीन होना 3. किसी काम लायक न रहना 4. चौपट होना; नष्ट
होना 5. बिगड़ना; बरबाद होना; मारा जाना 6. सूर्य, चंद्रमा आदि ग्रहों या नक्षत्रों का अस्त होना 7. व्यवसाय में लगाया धन नष्ट होना।
डेंगू
(इं.) [सं-पु.] एक मच्छर; उक्त मच्छर के काटने से मनुष्यों को होने वाली एक ख़तरनाक बीमारी; एक प्रकार का ज्वर।
डेंटल
(इं.) [वि.] दाँत संबंधी; दाँत से संबंध रखने वाला।
डेंड़सी
(सं.) [सं-स्त्री.] टिंडा; तिंदिश; एक प्रकार की तरकारी।
डेक
(इं.) [सं-पु.] जहाज़ पर लकड़ी से पटा हुआ फ़र्श या छत।
डेकोरेशन
(इं.) [सं-पु.] 1. सजावट का सामान 2. सजावट की प्रक्रिया, शैली या ढंग 3. अलंकरण; आभूषण 4. शृंगार 5. शोभा।
डेट
(इं.) [सं-पु.] 1. महीने या वर्ष का विशेष दिन; तिथि; तारीख़; दिनांक 2. एक विशेष समय 3. किसी से भेंट करने की व्यवस्था 4. काल; समय।
डेट लाइन
(इं.) [सं-पु.] तिथि रेखा; कहीं भी घटी किसी घटना की तारीख़ और महीने का उल्लेख कर समाचार लिखा जाने वाला स्थान।
डेटिंग
(इं.) [सं-पु.] दो व्यक्तियों (विशेषकर प्रेमी-प्रेमिका) का पूर्वनियत समय और स्थान के अनुरूप आमोद-प्रमोद हेतु सम्मिलन।
डेड न्यूज़
(इं.) [सं-पु.] निरस्त समाचार; जो समाचार प्रयोग में नहीं लाए जाते।
डेडलाइन
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी कार्य की अंतिम समय सीमा 2. अंतिम दिन 3. अवधि समाप्ति 4. सीमा; हद 5. समाचार पत्र के लिए मैटर स्वीकार किए जाने की अंतिम समय सीमा।
डेढ़
(सं.) [सं-पु.] डेढ़ की संख्या। [वि.] 1. पूरा एक और आधा; जो गिनती में 1½ हो, जैसे- डेढ़ रुपया, डेढ़ किलो आदि। [मु.] -चावल की खिचड़ी अलग पकाना : अपना विचार या कार्य सबसे अलग रखना।
डेढ़िया
[सं-पु.] 1. सिक्किम और भूटान आदि क्षेत्रों में मिलने वाला पुआले की जाति का ऊँचा पेड़ 2. गाँव में अनाज उधार देने की वह रीति जिसमें फ़सल आने पर मूल का
ड्योढ़ा लिया जाता है।
डेढ़ी
[सं-स्त्री.] बीज के लेन-देन की एक रीति जिसमें फ़सल काटने पर लेने वाले को डेढ़ा देना पड़ता है।
डेथ
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. मृत्यु; मौत; निधन 2. समाप्ति।
डेपुटी
(इं.) [सं-पु.] 1. किसी संगठन के उप-प्रमुख का पद या प्रमुख का स्थानापन्न 2. उप; प्रति, जैसे- डेपुटी मैनेजर।
डेपुटेशन
(इं.) [सं-पु.] किसी विशिष्ट कार्य के लिए कहीं भेजा जाने वाला विशिष्ट व्यक्तियों का दल; शिष्टमंडल।
डेफ़िनिशन
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. परिभाषा; व्याख्या 2. निर्धारण 3. रूपरेखा को स्पष्ट करना।
डेमो
इं.) [सं-पु.] प्रदर्शन; किसी बात को समझाने के लिए दिया गया उदाहरण।
डेमोक्रेटिक
(इं.) [वि.] 1. जो लोकतंत्र पर आधारित हो; लोकतांत्रिक; प्रजातांत्रिक; जनतंत्रीय 2. समान अधिकारों का समर्थन करने वाला।
डेमोक्रेसी
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. लोकतंत्र; जनतंत्र; प्रजातंत्र 2. समानता 3. प्रजातांत्रिक राज्य या देश।
डेयरी
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. वह स्थान या संस्था जहाँ गाय-भैंस पाली जाती हैं तथा दूध, मक्खन और दही आदि बनाया और बेचा जाता है 2. दूध, दही और पनीर आदि की दुकान 3.
दुग्धशाला।
डेरा
[सं-पु.] किसी स्थान विशेष पर अस्थायी निवास; पड़ाव। [मु.] -डालना : ठहरना; टिकना; जमकर बैठ जाना।
डेल
[सं-पु.] 1. बड़ी डलिया; झाबा 2. पत्थर या ईंट का टुकड़ा; ढेला; रोड़ा 3. चिड़िया फँसाने का झाबा; पिंजड़ा 4. उल्लू पक्षी 5. सारहीन वस्तु। [सं-स्त्री.] रबी की
फ़सल के लिए जोतकर छोड़ी गई भूमि; परेल।
डेला
[सं-पु.] 1. ढेला; रोड़ा 2. आँखों का गोलक 3. ठेंगुर; डला।
डेलिगेट
(इं.) [सं-पु.] किसी शासन या संस्था आदि का अधिकृत प्रतिनिधि।
डेलिगेशन
(इं.) [सं-पु.] शिष्टमंडल; प्रतिनिधि मंडल।
डेली
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. प्रतिदिन; रोज 2. दैनिक रूप से छपने वाला समाचार-पत्र या पत्रिका।
डेल्टा
(इं.) [सं-पु.] 1. नदियों के मुहाने या संगम स्थान पर उनके द्वारा लाए हुए कीचड़ और बालू के जमने से बनी हुई वह भूमि जो धारा के कई शाखाओं में विभक्त होने के
कारण तिकोनी होती है; दहाना; मुहाना 2. ग्रीक वर्णमाला का चौथा अक्षर 3. धरती का वह भू-भाग जो तीन ओर से पानी से घिरा हो।
डेवलपमेंट
(इं.) [सं-पु.] 1. विकास; संवर्धन; सुधार 2. वृद्धि; विस्तार।
डेसिबल
(इं.) [सं-पु.] ध्वनि तंरगों की तीव्रता का मापक या इकाई।
डेसिमल
(इं.) [सं-पु.] 1. दशमलव 2. दशम प्रणाली। [वि.] 1. दशांश संबंधी 2. दशमलव पद्धति से संबद्ध।
डेसीग्राम
(इं.) [सं-पु.] एक ग्राम का दसवाँ भाग।
डेसीमीटर
(इं.) [सं-पु.] एक मीटर का दसवाँ भाग।
डेसीलीटर
(इं.) [सं-पु.] एक लीटर का दसवाँ भाग।
डेस्क
(इं.) [सं-पु.] 1. लिखने-पढ़ने की मेज़ 2. (अख़बार) मुख्य संपादक की मेज़।
डेस्कटॉप
(इं.) [सं-पु.] 1. आकार या संचालन सुविधा की दृष्टि से मेज़ पर रखकर चलाए जाने वाले पर्सनल कंप्यूटर के लिए प्रयुक्त शब्द 2. मेज़ की ऊपरी सतह।
डैक
(इं.) [सं-पु.] शीर्षक के अंश।
डैडी
(इं.) [सं-पु.] पिता के लिए प्रयोग किया जाने वाला संबोधन; पापा; डैड।
डैना
(सं.) [सं-पु.] 1. चिड़ियों के दोनों ओर के अंग जिनमें पंख लगे होते हैं; परों का समूह 2. नाव खेने का डंडा।
डैम
(इं.) [सं-पु.] नदी या जलाशय के पानी को रोकने के लिए बनाई गई सीमेंट, पत्थर आदि की मज़बूत दीवार या रोक; बाँध।
डैमरेज
इं.) [सं-पु.] 1. वह हरजाना जो रेल द्वारा माल मँगाने वालों को उस दशा में देना पड़ता है जब कि वह नियत अवधि में आया हुआ पारसल या माल न छुड़ा लें 2. वह हरजाना
जो माल भेजने वाले को उस दशा में देना पड़ता है जब वह नियत समय के अंदर जहाज़, रेलगाड़ी आदि पर अपना माल न लादे अथवा उस पर न ले जाए।
डैश
(इं.) [सं-पु.] पड़ी रेखा (-) के रूप में लेखन में प्रयुक्त होने वाला संकेत चिह्न (विशेषतः जब किसी बात की व्याख्या करनी होती है) जो हाइफ़न से अपेक्षाकृत
बड़ा होता है; निर्देशक चिह्न।
डैश न्यूज़
(इं.) [सं-पु.] बिना शीर्षक के छापा गया संक्षिप्त समाचार।
डैशबोर्ड
(इं.) [सं-पु.] 1. मोटरगाड़ी के इंजन तथा अन्य यंत्रों का स्थान 2. ड्राइवर के सामने लगा बोर्ड जिसपर कार के अधिकतर स्विच लगे होते हैं।
डॉ.
(इं.) [सं-पु.] 1. 'डॉक्टर' शब्द का संक्षिप्त रूप 2. पी-एच.डी. या डी. फिल. डिग्री प्राप्त व्यक्ति के नाम से पूर्व प्रयुक्त किया जाने वाला आदरसूचक शब्द
संक्षेप।
डॉक्टर
(इं.) [सं-पु.] 1. वह जिसने चिकित्सा संबंधी शिक्षा प्राप्त की हो और जिसे चिकित्सा करने का विधिक अधिकार प्राप्त हो; चिकित्सक; वैद्य 2. विश्वविद्यालय की
सर्वोच्च उपाधि प्राप्त व्यक्ति 3. चिकित्सकों के नाम के पूर्व प्रयुक्त आदरसूचक शब्द-संक्षेप।
डॉक्टरी
(इं.+हिं.) [सं-स्त्री.] 1. एलोपैथ या होमियोपैथ से संबंधित चिकित्सा शास्त्र 2. डॉक्टर का पेशा, भाव या उपाधि 3. डॉक्टर बनने की पढ़ाई।
डॉक्युमेंट
(इं.) [सं-पु.] 1. कागज़ात; दस्तावेज़ 2. प्रलेख 3. लेख्यपत्र 4. प्रस्तुत प्रमाण।
डॉक्युमेंटरी
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. किसी समस्या या विषय पर बनाई गई लघु फ़िल्म; वृत्तचित्र 2. लिखित; प्रमाण-विषयक।
डॉक्युमेंटरी फ़िल्म
(इं.) [सं-स्त्री.] वास्तविक सबूतों के साथ किसी विशेष स्थिति या व्यक्ति को उजागर करने वाली फ़िल्म; वृत्तचित्र।
डॉटपेन
(इं.) [सं-पु.] बॉलपेन।
डॉन
(इं.) [सं-पु.] 1. किसी अपराधी समूह का सरगना या मुखिया 2. किसी वर्ग, समूह या क्षेत्र का रोबदार व्यक्ति जिससे लोग डरते हों 3. बड़ा अपराधी; गुंडा या उनका
सरदार।
डॉलर
(इं.) [सं-पु.] 1. अमेरिका, आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड आदि देशों की मुद्रा 2. सौ सेंट के सिक्कों का योग 3. एक डॉलर का बैंक नोट।
डॉल्फिन
(इं.) [सं-स्त्री.] एक प्रकार की मछली।
डोंगर
(सं.) [सं-पु.] 1. छोटा पहाड़; पहाड़ी 2. टीला।
डोंगा
(सं.) [सं-पु.] 1. बड़ी नाव; किश्ती 2. डबरा 3. बिना पाल की नाव 4. खाना परोसने का बड़ा बरतन।
डोंगी
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. छोटी खुली नाव 2. वह बरतन या पात्र जिसमें लुहार तपा हुआ लोहा बुझाते हैं।
डोंड़ी
[सं-स्त्री.] 1. पोस्ते का फल 2. फलांकुर; कली 3. गाँव या शहर में होने वाली मुनादी; डुगडुगी 4. टोंटी।
डोई
[सं-स्त्री.] कढ़ाई में चाशनी चलाने के लिए प्रयुक्त होने वाली कलछी; किसी पात्र से घी निकालने के लिए प्रयोग की जाने वाली कलछी।
डोकरा
[सं-पु.] 1. बूढ़ा आदमी 2. दादा 3. अशक्त मनुष्य।
डोकी
[सं-स्त्री.] काठ से बनी कटोरी; काठ का बरतन; छोटा डोका।
डोगरी
[सं-स्त्री.] 1. जम्मू और कश्मीर तथा काँगड़ा अंचल में रहने वाले डोगरा जाति के लोगों की बोली जो पंजाबी की उपभाषा भी मानी जाती है 2. छोटे-छोटे घर।
डोज़
(इं.) [सं-पु.] 1. औषधि की वह मात्रा जो एक बार में खाई जाए; ख़ुराक 2. आहार की मात्रा।
डोड़हा
[सं-पु.] पानी में रहने वाला एक प्रकार का साँप।
डोड़ा
(सं.) [सं-पु.] 1. पोस्ते की फली 2. कुछ विशिष्ट पौधों की बड़ी कली जिसमें उस पौधे के फल या बीज रहते हैं; बौड़ी।
डोड़ी
[सं-स्त्री.] जीवंती नामक वनस्पति जो औषधि के काम आती है।
डोप
(इं.) [सं-पु.] 1. नशीली दवा के असर में होने की अवस्था 2. मादक द्रव्य 3. (पत्रकारिता) समाचार लेखन हेतु जिस मूल सामग्री या जानकारी का प्रयोग पत्रकार एवं
मीडियाकर्मी करते हैं।
डोपशीट
(इं.) [सं-स्त्री.] जिसमें शूटिंग के दौरान फ़िल्मांकित दृश्यों का संक्षिप्त विवरण लिखा जाता है।
डोपिंग
(इं.) [क्रि-अ.] 1. नशीली दवा के असर में होना 2. नशीली दवा खिलाना 3. गर्द सेवन करना।
डोभ
[सं-पु.] सिलाई का टाँका।
डोम
[सं-पु.] 1. एक प्रकार की जाति 2. श्मशान में मृतकों को आग देने का काम करने वाला व्यक्ति।
डोमकौआ
[सं-पु.] एक प्रकार का बड़ा कौआ।
डोमड़ा
(सं.) [सं-पु.] 1. वह व्यक्ति जो श्मशान में मृतकों के शवों को जलाने के लिए आग देता है 2. एक हिंदू जाति 3. गाने-बजाने का पेशा करने वाली एक जाति 4. एक गाली।
डोमिन
[सं-स्त्री.] 1. डोम जाति की स्त्री; डोमनी 2. डोम की स्त्री 3. ढाढ़ी या मिरासी की स्त्री जो उत्सवों में गाने-बजाने का काम करती है।
डोमेन
(इं.) [सं-पु.] 1. प्रांत; प्रक्षेत्र 2. ज्ञान या विद्या का क्षेत्र 3. इंटरनेट में विभिन्न सूचनाओं के पतों का सेट जिसके अंत में एक ही समूह के अक्षर आते हैं
4. वेब पता 5. अधिकारक्षेत्र; कार्यक्षेत्र।
डोमेस्टिक
(इं.) [वि.] 1. घरेलू 2. आंतरिक 3. अंतर्देशीय 4. घर या परिवार से संबंधित 5. पारिवारिक; निजी 6. घर के कामों में रुचि रखने वाला 7. पालतू 8. स्वदेशी।
डोर
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. सूत आदि का बटा हुआ पतला मज़बूत धागा; तागा; डोरा 2. सूत; पतली रस्सी 3. पतंग उड़ाने का माँझा 4. {ला-अ.} किसी के जीवन का सहारा, आसरा या
अवलंब 5. {ला-अ.} लगाव; बंधन; आत्मीयता की भावना।
डोरा
(सं.) [सं-पु.] 1. मोटा धागा; तागा जो रुई, सन या ऊन से बटकर बनाया जाता है; सूत; सूत्र 2. लकीर; धारी 3. आँखों की बहुत पतली नसें जो नशे, उत्तेजना या उन्माद की
अवस्था में दिखाई पड़ती हैं, जैसे- आँखों के लाल-लाल डोरे 4. वह चीज़ जिससे किसी शोध या खोज को बल प्राप्त होता है; सुराग 5. {ला-अ.} प्रेम या स्नेह का बंधन।
[मु.] डोरे डालना : किसी को अपने प्रेमपाश में बाँधने के लिए उसके साथ मधुर व्यवहार करना।
डोरिया
[सं-पु.] रंगीन धारियों या कुछ मोटे सूतों वाला वस्त्र; धारीदार वस्त्र।
डोरी
[सं-स्त्री.] 1. कई पतले धागों या सूत को बटकर बनाया गया मोटा धागा; रस्सी; रज्जु 2. बाँधने की रस्सी; अलगनी 3. प्रत्यंचा 4. कड़ाह में दूध या चाशनी
चलाने-हिलाने का कलछी की तरह डंडीदार कटोरा 5. {ला-अ.} किसी प्रकार का आकर्षण, पाश या बंधन; फाँस 6. {ला-अ.} लगन।
डोल
(सं.) [सं-पु.] 1. हिलने-डुलने की क्रिया या भाव 2. हलचल; खलबली; कंप 3. पानी रखने या भरने का लोहे का चौड़े मुँह का गोल बरतन; बालटी; डोलची 4. झूला; हिंडोला 5.
पालकी; डोली; पालना। [सं-स्त्री] एक प्रकार की उपजाऊ काली मिट्टी। [वि.] डोलने वाला; हिलने वाला; चंचल।
डोलची
[सं-स्त्री.] 1. छोटा डोल; बालटी जैसा बरतन 2. फल-फूल आदि ढोने के लिए उपयोग किया जाने वाला बेंत या बाँस के तनों से निर्मित तीलियों का बना गहरा बरतन।
डोलना
(सं.) [क्रि-अ.] 1. गतिमान होना; हिलना 2. दोलित होना; डिग जाना; लड़खड़ाना 3. इधर-उधर होना; अपनी जगह से हटना 4. चला जाना; दूर होना; चलना-फिरना; टहलना 5.
{ला-अ.} मन का चंचल या अस्थिर होना; विचलित होना; किसी बात पर दृढ़ न रहना।
डोला
(सं.) [सं-पु.] 1. कहारों के द्वारा ढोई जाने वाली नवविवाहिताओं के बैठने की बड़ी डोली; पालकी के आकार की एक प्रसिद्ध चौकोर छतवाली सवारी जिसे कहार कंधों पर
उठाकर चलते हैं और जिसपर प्रायः वधू बैठकर पहले-पहल ससुराल जाती है 2. झूले को दिया जाने वाला झोंका; पेंग।
डोलाना
[क्रि-स.] 1. डोलने में प्रवृत्त करना; झुलाना 2. हिलाना; चलाना 3. गति में रखना; अस्थिर करना।
डोली
[सं-स्त्री.] 1. एक प्रकार की सवारी 2. उक्त सवारी में बैठकर दुल्हन अपने पति के घर जाती है 3. विवाह के समय दुल्हन की विदाई की एक रस्म।
डोली-डंडा
[सं-पु.] एक प्रकार का खेल जिसमें दो लड़के अपनी बाँहों को मिलाकर उन्हें चौकी का रूप देते हैं और किसी तीसरे छोटे लड़के को उस पर बैठाकर डोली डंडा पालकी कहकर
इधर-उधर घुमाते हैं।
डोसा
[सं-पु.] चावल तथा उड़द की दाल को पीसकर बनाया जाने वाला एक प्रसिद्ध दक्षिण भारतीय व्यंजन; चीला।
डौंड़ी
[सं-स्त्री.] 1. डुगडुगी 2. मुनादी 3. ढोल या कोई छोटा वाद्य 4. नगड़िया बजा-बजाकर दी जाने वाली सूचना या की जाने वाली घोषणा।
डौल
[सं-पु.] 1. किसी वस्तु या व्यक्ति की वाह्य आकृति; ढाँचा 2. लक्षण; हुलिया 3. अवसर; आयोजन 4. {ला-अ.} कार्य साधन का उपाय; तदबीर; ब्योंत 5. सामान; प्रबंध;
अभिप्राय या लक्ष्य को पूरा करने की युक्ति 6. बनावट का ढंग; रचना-प्रकार; रूपरेखा; रंग-ढंग; गठन 7. किसी रचना का आरंभिक रूप 8. प्रकार; तरह; किस्म; भाँति 9.
तरीका 10. तखमीना।
डौलियाना
[क्रि-स.] 1. किसी व्यक्ति को डौल या ढंग पर लाना; मीठी-मीठी बातें करके अपने अनुकूल बनाना 2. गढ़कर डौल या रूप दुरुस्त करना।
ड्यूटी
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. नौकरी; वह काम जिसे करने की ज़िम्मेदारी मिली हो; काम जो सुपुर्द किया गया हो 2. सेवा; ख़िदमत 3. करने योग्य कार्य; बँधा हुआ काम 4. कर्म;
कर्तव्य 5. शुल्क; चुंगी; महसूल।
ड्योढ़ा
[वि.] डेढ़ गुना; किसी चीज़ से उसकी आधी मात्रा और अधिक। [सं-पु.] डेढ़ का पहाड़ा जिसमें हर संख्या की डेढ़ गुनी संख्या लिखी जाती है।
ड्योढ़ी
(सं.) [सं-स्त्री.] 1. दरवाज़ा; फाटक; दहलीज़ 2. द्वार या दरवाज़े के पास की ज़मीन 3. किसी घर में प्रवेश करने की जगह; चौखट; 4. दरवाज़े में प्रवेश करते ही
पड़ने वाला बाहरी कमरा; पौरी 5. किसी मकान की आरंभिक सीमा।
ड्योढ़ीदार
(हिं.+फ़ा.) [सं-पु.] ड्योढ़ी पर रहने वाला; पहरेदार; द्वारपाल; दरबान।
ड्रग
(इं.) [सं-पु.] 1. नशीला या मादक पदार्थ 2. औषधि; औषधि के रूप में प्रयुक्त होने वाला रसायन 3. नींद या बेहोशी लाने वाली दवा।
ड्रगिस्ट
(इं.) [सं-पु.] दवा विक्रेता; औषधि विक्रेता; वह जो दवा बेचता हो।
ड्रम
(इं.) [सं-पु.] 1. बड़ा बेलनाकार डिब्बानुमा पात्र 2. ढोल; पीपा 3. बेलन 4. नगाड़ा 5. मृदंग।
ड्रा
(इं.) [सं-पु.] 1. लॉटरी, पुरस्कार या इनाम की घोषणा के लिए बहुत से टिकटों या कूपनों में से एक या कुछ को चुन लेने की क्रिया; नंबर निकालना 2. क्रिकेट आदि खेल
में हार-जीत के निर्णय के बिना की स्थिति; जय-पराजयहीनता की स्थिति 3. अनिर्णय की स्थिति।
ड्राइंग
(इं.) [सं-पु.] रेखाओं से चित्र या आकृति बनाने की कला; चित्रकारी।
ड्राइंगरूम
(इं.) [सं-पु.] 1. अतिथि कक्ष 2. बैठक; बरोठा 3. दीवानख़ाना।
ड्राइक्लीनर
(इं.) [सं-पु.] पेट्रोल तथा रसायनों आदि से धुलाई करने वाला व्यक्ति।
ड्राइव
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. कंप्यूटर में डीवीडी आदि चलाने का यंत्र 2. सूचना प्रौद्योगिकी में सूचनाएँ संगृहीत करने तथा आदान-प्रदान करने का उपकरण, जैसे- पेनड्राइव।
ड्राइवर
(इं.) [सं-पु.] गाड़ी या वाहन चलाने वाला; चालक; गाड़ीवान; कोचवान।
ड्राफ़्ट
(इं.) [सं-पु.] 1. प्रारूप; मसौदा 2. एक बैंक या कोषागार द्वारा अन्य बैंक या कोषागार के नाम किसी व्यक्ति या संस्था को निश्चित रकम प्रदान करने हेतु जारी किया
गया कागज़ी मुद्रा आदेश-पत्र 3. हुंडी 4. नक्शा 5. किसी समाचार, लेख, दस्तावेज़ की इबारत बनाना।
ड्राम
(इं.) [सं-पु.] पानी आदि तरल पदार्थों को नापने के लिए काम आने वाली एक माप जो तीन माशे के बराबर होती है।
ड्रामा
(इं.) [सं-पु.] 1. नाटक 2. रंगमंच पर किसी कथा का प्रदर्शन; अभिनय 3. स्वाँग 3. नाटक के समान घटित होने वाली कोई घटना या बात।
ड्रामेटाइज़ेशन
(इं.) [सं-पु.] नाट्य रूपांतरण।
ड्रामेबाज़
(इं.+फ़ा.) [सं-पु.] 1. स्वाँग रचने वाला 2. चालाक व्यक्ति।
ड्रावर
(इं.) [सं-पु.] 1. दराज़ 2. मेज़ का वह ख़ाना या बक्स जिसमें कागज़ या दस्तावेज़ आदि रखे जाते हैं।
ड्रिंक
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. पेय पदार्थ 2. शराब; मद्य।
ड्रिल
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. सैनिकों या सिपाहियों की नियमित होने वाली परेड; कवायद; प्रशिक्षण; अभ्यास 2. नए कैडेटों का कठोर अनुशासन में होने वाला फ़ौजी या सैनिक
प्रशिक्षण 3. छेद करने वाली मशीन 4. खेतों में बीज बोने की मशीन।
ड्रीम
(इं.) [सं-पु.] 1. स्वप्न; सपना 2. ख्वाब; कल्पना।
ड्रीमगर्ल
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. बहुत सुंदर स्त्री 2. किसी की कल्पना में बसी सुंदर लड़की; प्रेमिका।
ड्रेन
(इं.) [सं-पु.] 1. कस्बे या शहर के गंदे पानी का निकास करने वाला नाला; पतनाला 2. जल-मल निकास 3. गंदगी को बहाने वाली नाली।
ड्रेनेज
(इं.) [सं-पु.] 1. जल निकास; नाली 2. वह बड़ी नाली जिससे वर्षा का पानी या मैला पानी आदि बहता है।
ड्रेस
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. वेशभूषा; पोशाक; लिबास; वस्त्र 2. किसी स्कूल या संस्थान की वेशभूषा; (यूनिफॉर्म)।
ड्रेसिंग
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. उपचार के लिए की जाने वाली घाव की मरहम-पट्टी 2. सज-धज के साथ कपड़े पहनना।
ड्रॉप
(इं.) [सं-स्त्री.] 1. बूँद 2. वटी; गोली 3. मीठी गोली 4. उतार।
ड्रॉप लेटर
(इं.) [सं-पु.] रचना प्रकाशित करते समय पहले अक्षर को बड़े टाइप में दिया जाना।