परिचय
मूल नाम : देवराज
जन्म : 4 जुलाई, 1957 ग्राम गंगधाड़ी, मुजफ़्फ़रनगर, उत्तरप्रदेशभाषा : हिंदीविधाएँ : कविता, आलोचना,निबंध मुख्य कृतियाँ
काव्य संग्रह - तेवरी, तरकश, ताकि सनद रहे।
आलोचना- तेवरी चर्चा, हिंदी कविता- ८वाँ ९वाँ दशक।
अनुवाद चिंतन- साहित्येतर हिंदी अनुवाद विमर्श।
साहित्यिक निबंध- भूमंडलीकरण की चुनौतियाँ : संचार माध्यम और हिंदी का संदर्भ, रंग गई पग-पग धन्य धरा
दृष्टिकोण- मुफ़्त की आज़ादी
आज सिरहाने- अधबुनी रस्सी, खुला आकाश
विज्ञान वार्ता में- हिंदी में वैज्ञानिक लेखन
संपर्क
उच्च शिक्षा और शोध संस्थान, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, खैरताबाद, हैदराबाद - 500 004
संप्रति
प्रोफेसर एवं अध्यक्ष, उच्च शिक्षा और शोध संस्थान, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, खैरताबाद, हैदराबाद - 500 004
ई-मेल
rishabhadeosharma@yahoo.com
विशेष
1981 में तेवरी काव्यांदोलन (आक्रोश की कविता) का प्रवर्तन किया । तेवरी काव्यांदोलन की घोषणा 11 जनवरी 1981 को मेरठ, उत्तर प्रदेश, में की गई थी। एक वर्ष बाद खतौली [उत्तर प्रदेश] में इसका घोषणा पत्र डॉ. देवराज और ऋषभ देव शर्मा ने जारी किया था। तेवरी सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक विसंगतियों पर प्रहार करने वाली आक्रोशपूर्ण कविता है। यह किसी भी छंद में लिखी जा सकती है। इसकी हर दो पंक्तियाँ स्वतःपूर्ण होते हुए भी पूरी रचना में अंतःसूत्र विद्यमान रहता है। तेवरी का छंद सम-पंक्तियों में तुकांत होता है। इसे अमेरिकन कांग्रेस की लाइब्रेरी के कॅटलॉग में 'पोएट्री ऑफ प्रोटेस्ट' कहा गया है|