परिचय
मूल नाम : महाकवि कुँवर चन्द्रप्रकाश सिंह
जन्म : शरद् पूर्णिमा संवत् 1967 तद्नुसार 18 अक्टूबर 1910 ई0भाषा : हिन्दी, संस्कृत, अंग्रेजी, बंगला, गुजरातीविधाएँ : गीतकाव्य, आख्यानक काव्य, खण्डकाव्य, महाकाव्य, नाटक, लेख, निबन्ध, आलोचना, अनुवादमुख्य कृतियाँ
(काव्य कृतियाँ) (1) मेघमाला (1942), (2) शम्पा 1943, (3) बा और बापू 1955, (4) प्रतिप्रदा (1960), (5) अपराजिता (1967), (6) विजया (1969), (7) ऋतम्भरा (1978), (8) वृंदावन (1997), (9) जीवन आस-पास (1997)।
(महाकाव्य) (1) रामदूत (1980), (2) संकटमोचन (1992), (3) ऋषभदेव (1997)।
(नाटक) (1) जनकवि जगनिक (1961), (2) तुलसीदास (1978) (3) कविवर नरोत्तमदास, (4) कविकुलगुरु (1957), (5) अग्निपरीक्षा (1965), कवि धर्म।(6) आन्जनेय (1970)
सम्मान
(1) उ०प्र० हिन्दी संस्थान से सन 1991 ई० में भारत-भारती सम्मान से सम्मानित
(2) हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयोग से साहित्य वाचस्पति सम्मान
निधन
पापांकुशा एकादशी, सं. 2054 तदनुसार 12 अक्टूबर 1997 ई०
विशेष
(1) महाकवि कुँवर चन्द्रप्रकाश सिंह भारत की ज्योर्तिमय सत्यसनातन सांस्कृतिक राष्ट्रीयता के उच्चकोटि के कवि हैं।
(2) भारत तथा भारतीयता के एक निष्ठ महाकवि।
(3) वे भारत के आध्यात्मदर्शन तथा संस्कृति के पुजारी कवि हैं।
(4) लोकजीवन के चतुर चितेरे तथा भारत के दीन हीन साधन विहीन बुमुक्षितों, भिक्षुओं तथा अपहृत सर्वस्यों के मानवतावाद के पोषक कवि है।
(5) अहिन्दी भाषा-भाषी प्रदेशों की भाषा एवं साहित्य का हिन्दी भाषा व साहित्य में विकास योगदान परियोजनाओं पर खोजपूर्ण काम करने वाले एकमात्र आचार्य।
(6) हिन्दी भाषा तथा साहित्य के लिए पूर्ण सामर्पित,
(7) राष्ट्र भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए सन् 1980 ई० में अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी समिति की स्थापना (वासिंगटन, डीसी, अमेरिका)
(8) उच्चकोटि के वैष्णव भक्त,
(9) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक