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कविता

टेरिसा की खुशी

हेलेन सिनर्वो

अनुवाद - रति सक्सेना


कुछ लोग एक बूँद के लिए
समंदर भूल जाते हैं
लेकिन मुझे तुम्हारा चेहरा
याद नहीं है, बस याद है एक बूँद
जो तुम्हारी नाक पर लटकी थी
और वाइन के गिलास में टपक पड़ी

मै तुम्हें देख रही थी
या खुद को ही, या दोनों के
बीच किसी और को, याद नहीं
लेकिन तेज रोशनी
उस बूँद में अटक कर चमकने लगी
और चमकते हुए गिर पड़ी

वाइन अभी भी हिल रही थी

 


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