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कविता

खोई हुई नींद

अभिज्ञात


कुछ भी हासिल करने से पहले
हमें खोनी होती है अपनी नींद
बिना नींद खोए
कुछ भी पाना आसान नहीं
दुनिया से लड़ने से पहले
हमें लड़ना होता है अपनी नींद से

और बहुत कुछ पा लेने के बाद
हमें सबसे पहले चाहिए होती है अपनी
खोई हुई नींद
जिसके लिए हमें लड़ते रहना होता है खुद से
लेकिन वह नहीं आती
तो फिर नहीं आती।
 


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