मीस्तर एकहार्ट (1260-1328) के बारे में खास कुछ पता नहीं। लेकिन जर्मन छोटी कहानी के बीज एकहार्ट की लघुकथाओं में बखूबी देखे जा सकते हैं।
मीस्तर एकहार्ट को (एक दिन) एक खूबसूरत नंगा लड़का मिला।
उसने उससे पूछा कि वह कहाँ से आया था।
वह बोला, ‘‘मैं खुदा के पास से आया हूँ।’’
‘‘तुमने उसे कहाँ छोड़ा?’’
‘‘भले दिलों में।’’
‘‘तुम जा कहाँ रहे हो?’’
‘‘खुदा के पास।’’
‘‘वह कहाँ मिलेगा तुम्हें?’’
‘‘जहाँ मैं सभी जीवों से बिछड़ूँगा।’’
‘‘तुम हो कौन?’’
‘‘राजा।’’
‘‘तुम्हारा राज्य कहाँ है?’’
‘‘मेरे दिल में।’’
‘‘तो देखना, कोई उस पर कब्जा न कर ले!’’
‘‘अच्छी बात।’’
तब वह उसे अपने कमरे में ले गया।
‘‘तुम अपनी मरजी से कोई भी कोट ले लो।’’
‘‘तब मैं राजा कहाँ रह जाऊँगा?’’
और तब वह गायब हो गया।
दरअसल वह स्वयं खुदा था - और थोड़ा-सा मौज-मजा करने आ गया था।