आओ बच्चों, इधर जरा तो
पैर बढ़ाओ, जल्दी जल्दी
अरे नहीं पहुचाना मुझको
मैं ही तो हूँ प्यारी हल्दी
मुझे हरिद्रा भी कहते हैं
स्वाद बढ़े मुझसे भोजन का
मैं ही हूँ सौंदर्य बढ़ाती
साथ मिले कुमकुम चंदन का
कटे फटे हों घाव अगर तो
उस पर मेरा लेप लगाते
चोट मोच हो या अंदर की
मेरे गुण राहत पहुँचाते
करे बहुत उपयोग वैद्य जी
खाँसी हो या फिर हो सर्दी
कफ में या फिर ठंड लगी हो
कच्ची पक्की काम आ रही
मैं बेहतर एंटी बायोटिक
सब शुभ कामों मे उपयोगी
पीली पीली मैं हूँ हल्दी
मुन्ना को माँ ने है कल दी
हिंदी नाम - हल्दी
वैज्ञानिक नाम - कुरकुमा लोंगा
परिवार - जिंजीबेरासी
प्रयोग में लाया जाने वाला भाग - जड़
उपयोग - कटे फटे घाव, चोट, मोच, खाँसी, सर्दी, कफ में