मुझे ग्वारपाठा कहते हैं
घृतकुमारिका मुझे कहें
एलो वेरा मैं कहलाती
मेरे पत्ते हरे रहें
बहुत पुरानी मैं औषधि हूँ
चिरयौवन को देती मैं
अल्सर की अकसीर दवा हूँ
अस्थि कष्ट हर लेती मैं
बनते हैं सौंदर्य प्रसाधन
मिलता जैविक ईंधन भी
ठीक करूँ मधुमेह रोग मैं
घाव, जलन का दुश्मन भी
गूदेदार रसीला पौधा
पत्ती तीखे दाँतों सी
खाद्य व्यंजनों में उपयोगी
हैं काँटों की पाँतों सी
मेरा जूस बनाकर सारे
लोग पी रहे हैं मन से
ताकि त्वचा सुंदर हो जाए
सजी रहे यौवन धन से
हिंदी नाम - ग्वारपाठा
वैज्ञानिक नाम - एलो वेरा
परिवार - संतोर्रहोएसी
प्रयोग में आने वाला भाग - पत्तियों का जैल
उपयोग - सौंदर्य प्रसाधन, उदरविकार, हड्डी की चोट व खाद्य व्यंजनों में उपयोगी