हिंदी का रचना संसार

मुखपृष्ठ | उपन्यास | कहानी | कविता | नाटक | आलोचना | विविध | भक्ति काल | हिंदुस्तानी की परंपरा | विभाजन की कहानियाँ | समग्र-संचयन | अनुवाद | ई-पुस्तकें | ऑडियो/वीडियो | छवि संग्रह | हमारे रचनाकार | संग्रहालय | खोज | संपर्क

 

विविध विधाएँ

आत्मकथा
मेरी आत्मकथा - चार्ली चैप्लिन
चार्ल्स डार्विन की आत्मकथा
तोताराम सनाढ्य
फिजीद्वीप में मेरे 21 वर्ष

जीवनी
शेख सादी - प्रेमचन्द

वैचारिकी
जैसा समाज होगा वैसा परिवार
पूँजीवादी समाज में परिवार का स्वरूप - कुमार अंबुज
गांधी का सर्वोत्तम उपवास और अहिंसा की असहायता - सुधीर चंद्र
कृष्ण किशोर की वैचारिकी
सृजन और नई मनुष्यता की समस्याएँ: - श्रीप्रकाश मिश्र
रणभूमि में भाषा - विभूति नारायण राय
अज्ञेय के वैचारिक निबंध (भाग-1 भाग-2 व भाग-3 )
स्वामी सहजानन्द सरस्वती रचनावली
रचनावली खंड-1
रचनावली खंड-2
रचनावली खंड-3
रचनावली खंड-4
रचनावली खंड-5
रचनावली खंड-6

बाल-साहित्य
रामचर्चा - प्रेमचन्द
दुर्गादास - प्रेमचन्द
व्यंग्य
अगली सदी का शोध पत्र
हिंदी चिंतन और चिंता के आयाम
- सूर्यबाला
उखड़े खंभे - हरिशंकर परसाई
एक अशुद्ध बेवकूफ - हरिशंकर परसाई
क्रांतिकारी की कथा - हरिशंकर परसाई
भोलाराम का जीव - हरिशंकर परसाई
भगत की गत - हरिशंकर परसाई
अंगद का पाँव - श्रीलाल शुक्ल
गँजहों के गाँव का लोकतंत्र - श्रीलाल शुक्ल
दस प्रतिनिधि व्यंग्य - श्रीलाल शुक्ल
 
संस्मरण
हाशिमपुरा - उत्तर प्रदेश पुलिस के इतिहास का एक काला अध्याय - विभूति नारायण राय
ग़ालिब छुटी शराब - रवींद्र कालिया
एक छाया चेहरे से गुजरी जैसे पत्ता खड़का हो - मृदुला गर्ग
 
मोहन राकेश के निबंध
कथा साहित्य विषयक निबंध
अंतरंग भेंट : डॉ. कार्लो कपोला और मोहन राकेश
नाट्य साहित्य विषयक निबंध
 
डायरी
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ की डायरी
मोहन राकेश की डायरी
पढ़ते हुए - जयशंकर
अज्ञेय के ललित निबंध
ताली तो छूट गयी
मरुस्थल की सीपियाँ
छाया का जंगल

चिंतन
गुलामगीरी - जोतीराव गोविंदराव फुले
लड़की की पुनर्रचना - कृष्ण कुमार
ढलान से उतरते हुए - निर्मल वर्मा

पत्र
पिता के पत्र पुत्री के नाम - जवाहरलाल नेहरू

निबंध
कुब्जा सुंदरी - कुबेरनाथ राय
सनातन नदी : अनाम धीवर - कुबेरनाथ राय

 

यात्रावृत्त
रूस के पत्र - रवींद्रनाथ टैगोर
वांडर लस्ट व अन्य- मोहन राकेश
एक बूंद सहसा उछली - अज्ञेय
बीसवीं शती का गोलोक - अज्ञेय
वसन्त का अग्रदूत - अज्ञेय
‘ऋण-स्वीकारी हूँ’ - अज्ञेय
‘अज्ञेय’ : अपनी निगाह में - अज्ञेय
सतपुड़ा के भीतर से - गोविन्द मिश्र
आँखन देखी - दुर्गा प्रसाद अग्रवाल

अन्य
राजा रवि वर्मा : भारतीय कला जगत के अनश्वर नागरिक - प्रभु जोशी
फर्हंग इस्तिलाहाते पेशेवराँ जफ़र - उर्रहमान अब्बासी

 

मुखपृष्ठ | उपन्यास | कहानी | कविता | नाटक | आलोचना | विविध | भक्ति काल | हिंदुस्तानी की परंपरा | विभाजन की कहानियाँ | समग्र-संचयन | अनुवाद | ई-पुस्तकें | ऑडियो/वीडियो | छवि संग्रह | हमारे रचनाकार | संग्रहालय | खोज | संपर्क

Copyright 2009 Mahatma Gandhi Antarrashtriya Hindi Vishwavidyalaya, Wardha. All Rights Reserved.